top of page

शिव सूत्र - भाग 1 - शम्भवोपाय - 15वाँ सूत्र: – मन को उसके केंद्र में स्थित करने से, अनुभव योग्य शून्यता को समझा जा सकता है।

  • Writer: Prasad Bharadwaj
    Prasad Bharadwaj
  • 3 days ago
  • 1 min read




🌹 शिव सूत्र - भाग 1 - शम्भवोपाय - 15वाँ सूत्र: - हृदये चित्तसङ्घट्टात् दृश्य स्वप दर्शनम् – मन को उसके केंद्र में स्थित करने से, अनुभव योग्य शून्यता को समझा जा सकता है। 🌹


प्रसाद भारद्वाज


15वें शिव सूत्र के गहरे अर्थ को जानिए। जब मन शुद्ध चैतन्य के साथ एक हो जाता है, तो बाहरी संसार एक स्वप्नवत शून्यता में विलीन हो जाता है। योगिक चेतना किस प्रकार से सार्वभौमिकता, स्थिरता और शिव चैतन्य के सार तक ले जाती है, यह जानने का प्रयास कीजिए।


📿 वर्णनकर्ता: प्रसाद भारद्वाज


🧘‍♂️ आध्यात्मिक जागृति और आंतरिक शून्यता की एक हृदयस्पर्शी यात्रा



🌹🌹🌹🌹🌹



Comments


©2023 by Daily Bhakti Messages 3.
Proudly created with Wix.com

bottom of page