🌹 शिव सूत्र - भाग 1 - शम्भवोपाय - 8वां सूत्र: ज्ञानम जाग्रत - "सक्रिय जागरूकता और चेतना से उत्पन्न ज्ञान को जाग्रत ज्ञान कहा जाता है। यह द्वैत, भ्रांति, अहंकार, विभाजन और अज्ञानता जैसे गुणों से युक्त मूल धारणा का ज्ञान है।" 🌹
✍️ प्रसाद भारद्वाज
इस सूत्र में ज्ञान के स्वभाव और जागरूक अवस्था के साथ उसके संबंध का गहन विश्लेषण किया गया है। यह बताता है कि सच्चा ज्ञान सतर्कता और बाहरी दुनिया के साथ सक्रिय संपर्क से उत्पन्न होता है। यह सूत्र जीवन में ज्ञान प्राप्त करने और उसे लागू करने में जागरूकता के महत्व को रेखांकित करता है। साथ ही यह इंद्रिय-आधारित ज्ञान की सीमाओं को भी दर्शाता है और यह कैसे द्वैत, अहंकार, और अज्ञानता से जुड़ा होता है। आध्यात्मिक विकास के लिए विवेक की भूमिका पर भी प्रकाश डालता है।
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