top of page

शिव सूत्र 002 - 1.2. ज्ञानं बंधः "सीमित ज्ञान बंधन को उत्पन्न करता है।" (Shiva Sutras - 002 - 1.2. Jnanam Bandhaḥ : "Limited knowledge creates bondage.")

  • Writer: Prasad Bharadwaj
    Prasad Bharadwaj
  • Aug 7, 2024
  • 1 min read


🌹 शिव सूत्र 002 - 1.2. ज्ञानं बंधः 🌹


🌻 "सीमित ज्ञान बंधन को उत्पन्न करता है।" 🌻



✍️. प्रसाद भारद्वाज.


इस वीडियो में, हम शिव सूत्रों के सांभवोपाय खंड से दूसरे सूत्र "ज्ञानं बंधः" का अध्ययन करते हैं, जिसका अर्थ है "परिमित ज्ञान बंधन को उत्पन्न करता है।" यह सूत्र हमें लोक-ज्ञान और परम ज्ञान के बीच के अंतर को समझाता है, जिसमें माया के अज्ञान से हम संसार में कैसे फंसे रहते हैं और आत्मिक ज्ञान और आंतरिक अन्वेषण के माध्यम से कैसे मुक्त हो सकते हैं।


🌹🌹🌹🌹🌹



Comments


©2023 by Daily Bhakti Messages 3.
Proudly created with Wix.com

bottom of page